अक्षमता में असीम क्षमता
'आप जैसे हैं वैसे ही स्वयं को स्वीकार करें और खुद से प्यार करें. आपके जीवन में प्रगति आएगी. साहस के साथ जिएं. यह गुण आपके भीतर है जो कई बार उनमें भी नही होता जो सामान्य हैं.' यह संदेश है साई पद्मा का उन लोगों के नाम जो शारीरिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. साई स्वयं पोलियो की शिकार हैं किंतु वह शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के उत्थान का सराहनीय काम कर रही हैं. वह एक लेखिका, गायिका तथा समाजिक कार्यकर्ता हैं. उनकी कविताओं का संग्रह Life के नाम से प्रकाशित हो चुका है. अपनी गायन क्षमता का उपयोग कर साई विभिन्न सामाजिक कार्यों के लिए Fund जुटाती हैं. Disability in India विषय पर उनके लेख ILO Journal India Disability Journal तथा Indian Women online में प्रकाशित हो चुके हैं. आंध्रप्रदेश विश्वविद्यालय से इन्होंने M.com तथा Bachelor of Law की Degree प्राप्त की है. आंध्रप्रदेश विश्वविद्यालय से ही साई ने MBA Finance किया है. इन्होंने CA Intermediate की परीक्षा पास कर ली किंतु Spinal cord surgery के कारण Final नहीं कर सकीं. इसके अतिरिक्त इन्होंने Indian Classical Music में Diploma भी कि